आज ऋषिकेश में गुरु पूर्णिमा एक हिंदू त्योहार है जो गुरु-शिष्य पंरपरा के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है। यह त्योहार आमतौर पर जुलाई या अगस्त में मनाया जाता है, जब पूर्णिमा होती है।
गुरु पूर्णिमा के दिन, लोग अपने गुरुओं, शिक्षकों, और आध्यात्मिक मार्गदर्शकों को सम्मानित करते हैं और उनके प्रति आभार व्यक्त करते हैं। यह त्योहार शिक्षा और ज्ञान के महत्व को दर्शाता है और गुरु-शिष्य संबंधों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर, लोग अपने गुरुओं के पास जाते हैं और उन्हें भेंट देते हैं, जैसे कि फल, फूल, और अन्य उपहार। इसके अलावा, लोग गुरु पूर्णिमा के दिन पूजा-पाठ और अनुष्ठान भी करते हैं।
गुरु पूर्णिमा का महत्व:
गुरु पूर्णिमा का महत्व गुरु-शिष्य पंरपरा में निहित है। यह त्योहार हमें अपने गुरुओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने और उनके मार्गदर्शन को मानने की याद दिलाता है।
गुरु पूर्णिमा के दिन, हम अपने गुरुओं को सम्मानित करते हैं और उनके प्रति आभार व्यक्त करते हैं। यह त्योहार हमें शिक्षा और ज्ञान के महत्व को समझने में मदद करता है और हमें अपने गुरुओं के प्रति सम्मान और कृतज्ञता की भावना को बढ़ावा देता है।
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर, हमें अपने गुरुओं के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करनी चाहिए और उनके मार्गदर्शन को मानना चाहिए। हमें अपने गुरुओं के प्रति सम्मान और कृतज्ञता की भावना को बढ़ावा देना चाहिए और उनके मार्गदर्शन को अपने जीवन में उतारना चाहिए।