ऋषिकेश के शिवाजी नगर में आवारा पशुओं की समस्या से पार्षद सुरेंद्र नेगी की पहल से जनता में जागी नई उम्मीद।
ऋषिकेश के शिवाजी नगर क्षेत्र में लंबे समय से आवारा पशुओं की बढ़ती समस्या से स्थानीय निवासी परेशान थे। सड़कों पर घूमते गोजातीय पशु न केवल यातायात बाधित कर रहे थे, बल्कि दुर्घटनाओं की आशंका भी बढ़ा रहे थे। लोगों की इस गंभीर समस्या को देखते हुए शिवाजी नगर के पार्षद सुरेंद्र नेगी ने ठोस कदम उठाते हुए क्षेत्र से आवारा पशुओं को हटाने की पहल की। उनकी इस कार्रवाई से क्षेत्रवासियों में राहत और उम्मीद की नई किरण जगी है।
शिवाजी नगर के निवासी पिछले कई महीनों से आवारा पशुओं के कारण अनेक समस्याओं का सामना कर रहे थे। सड़कों पर घूमते मवेशियों के कारण यातायात बाधित हो रहा था और दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ रही थी। कई दुकानदारों की सब्जियाँ और खाद्य सामग्री ये पशु नष्ट कर देते थे, जिससे व्यापारियों को नुकसान हो रहा था।राहगीरों, विशेषकर बुजुर्गों और बच्चों, के लिए सड़कों पर चलना असुरक्षित हो गया था। जिसपर पार्षद सुरेंद्र नेगी ने इस समस्या का समाधान करने के लिए नगर निगम और पशुपालन विभाग के सहयोग से एक विशेष अभियान चलाया। इस अभियान के अंतर्गत आवारा पशुओं को विशेष वाहन से पकड़कर सुरक्षित गौशालाओं में भेजा गया।
सड़कों पर घूम रहे गाय, बैल और अन्य पशुओं को चिह्नित कर उनके मालिकों को चेतावनी दी गई कि वे अपने पशुओं को खुला न छोड़ें।
स्थानीय प्रशासन से आग्रह किया गया कि इस समस्या का स्थायी समाधान निकाला जाए, जिससे भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा न बने।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया दी जिसमे पार्षद की इस पहल से शिवाजी नगर के निवासियों ने राहत की सांस ली और इसे सराहनीय कदम बताया। स्थानीय निवासी अजय वर्मा का कहना है, “हम लंबे समय से इस समस्या का सामना कर रहे थे। पार्षद सुरेंद्र नेगी की इस कार्रवाई से क्षेत्र में व्यवस्था बनी है और दुर्घटनाओं की आशंका कम हो गई है।”
पार्षद सुरेंद्र नेगी द्वारा की गई इस सकारात्मक कार्रवाई ने शिवाजी नगर के निवासियों को राहत दी है और आशा जगाई है कि भविष्य में भी ऐसे कदम उठाए जाएंगे। यह पहल न केवल क्षेत्र को स्वच्छ और सुरक्षित बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण है, बल्कि पशुओं की भी सुरक्षा सुनिश्चित करती है। यदि प्रशासन और जनता मिलकर इस समस्या का स्थायी समाधान निकालते हैं, तो यह पूरे ऋषिकेश के लिए एक मिसाल बन सकता है।