स्वर्ग आश्रम भारत साधु समाज घाट पर स्थित 40 दुकानों को हटाने के लिए न्यायलय के आदेश के बावजूद प्रशासन की टीम बेरंग लौटी।

आज ऋषिकेश के स्वर्ग आश्रम भारत साधु समाज घाट पर स्थित 40 दुकानों को हटाने के लिए माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा आदेश जारी किए गए थे जिसको देखते हुए उपजिला अधिकारी यमकेश्वर अनिल चमियाल, भारी पुलिस बल लेकर स्वर्ग आश्रम पहुंचे जहां उन्होंने दुकानों की सीलिंग करनी थी लेकिन सुबह से ही भारी मात्रा में लोग इकट्ठा हो रखे थे यमकेश्वर विधायिका श्रीमती रेणु बिष्ट सभी दुकान वालों के साथ मिलकर मौके पर धरना प्रदर्शन करती हुई दिखाई दी जब उप जिलाधिकारी यमकेश्वर अनिल चमियाल कार्रवाई करने पहुंचे तो यमकेश्वर विधायिका श्रीमती रेणु बिष्ट ने बताया कि माननीय उच्च न्यायालय द्वारा 63 नंबर से अतिक्रमण हटाने का आदेश जारी हुआ है लेकिन जो दुकाने हैं वह 65 नंबर में है जिसकी रिपोर्ट बाकायदा यमकेश्वर तहसील प्रशासन द्वारा लिखित में दी गई है यही नहीं 65 नंबर की प्रॉपर्टी पर न्यायालय द्वारा स्टे आर्डर जारी किया गया है जिसको देखते हुए कार्रवाई करना गलत है भारी आक्रोश और लोगों का गुस्सा देखते हुए उपजिलाधिकारी यमकेश्वर अनिल चम्याल से रोते हुए स्थानीय दुकानदारों ने और महिलाओं ने विनती की कि वह पिछले 65 सालों से यहां पर रह रहे हैं और कार्य कर रहे हैं लेकिन भू माफिया द्वारा गलत जानकारी देते हुए मान्य उच्च न्यायालय को गुमराह करते हुए कार्रवाई की मांग की गई है यही नहीं करोड़ों रुपए की भूमि मात्र ₹25 में भू माफिया को लीज पर दी गई जो गलत है विधायिका रेनू बिष्ट ने कहा कि हम मान्य उच्च न्यायालय का सम्मान करते हैं और 63 नंबर पर आप कार्रवाई कर सकते हैं लेकिन 65 नंबर पर आप कोई भी कार्रवाई करेंगे तो हम वह नहीं होने देंगे मामले की गंभीरता को देखते हुए उप जिलाधिकारी अनिल चम्याल को विधायिका रेनू बिष्ट और स्थानीय नागरिकों के द्वारा एक ज्ञापन दिया गया और उनसे अनुरोध किया गया कि आप कानून का पालन करते हुए 63 नंबर पर कार्रवाई।