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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऋषिकेश से की चारधाम यात्रा का विधिवत रूप से शुभारंभ।

 

 

 

उत्तराखंड की चारधाम यात्रा 2025 का विधिवत शुभारंभ 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर हुआ, जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के कपाटोद्घाटन समारोह में भाग लिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से पहली पूजा-अर्चना कर देश और प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की।

मुख्यमंत्री धामी यमुनोत्री धाम के कपाटोद्घाटन में भाग लेने वाले पहले मुख्यमंत्री बने। इस अवसर पर गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के ऊपर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई, जिससे वातावरण भक्तिमय हो उठा।

सरकार ने इस वर्ष यात्रा की सुरक्षा और सुविधा के लिए व्यापक प्रबंध किए हैं। यात्रा मार्गों पर लगभग 6,000 पुलिसकर्मी, 17 पीएसी कंपनियां और 10 अर्धसैनिक बलों की टुकड़ियां तैनात की गई हैं। इसके अलावा, 65 से अधिक संवेदनशील क्षेत्रों में SDRF के जवानों को भी तैनात किया गया है।

अब तक 22 लाख से अधिक श्रद्धालु यात्रा के लिए पंजीकरण करा चुके हैं, और इस वर्ष कुल 60 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है, जो एक नया रिकॉर्ड होगा।

केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को और बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे, जिससे चारधाम यात्रा पूर्ण रूप से प्रारंभ हो जाएगी।

मुख्यमंत्री धामी ने सभी श्रद्धालुओं से ग्रीन और क्लीन चारधाम यात्रा के लिए सहयोग की अपील की है, ताकि यह यात्रा न केवल आध्यात्मिक रूप से समृद्ध हो, बल्कि पर्यावरण की दृष्टि से भी सतत बनी रहे।

इस प्रकार, चारधाम यात्रा 2025 का शुभारंभ न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह उत्तराखंड की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को सहेजने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।

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